सहजन खाने के फायदे, इसके घरेलु नुस्खे और उपाय जानिए।
सहजन जिसे अंग्रेजी में Drumsticks कहा जाता हैं, बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक सब्जी हैं। सहजन को मूंगा के नाम से भी जाना जाता हैं। दरअसल सहजन का पूरा पेड़ ही गुणों से भरपूर हैं, इसकी जड़ से लेकर फूल और पत्तियां भी सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं। सहजन की सब्जी खाने के फायदे बहुत सारे हैं। इसके अलावा सहजन के ताज़े फूल हर्बल टॉनिक की तरह काम करते हैं। शहजन का साइंटिफिक नाम “'Moringa oleifera” हैं। सहजन का इस्तेमाल न सिर्फ खाने के लिए किया जाता हैं, बल्कि यह कई सारे घरेलु उपचारों में भी इस्तेमाल किया जाता हैं। आज के लेख में सहजन खाने के फायदे, सहजन के घरेलु नुस्खे और उपाय आदि सभी के बारे में जानेंगे। Health Benefits of Sahajan (Drumsticks) in Hindi.
सहजन के पत्तों में औषधीय गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। सहजन का इस्तेमाल श्रीलंका, भारत, मेक्सिको, फिलीपींस, मलेशिया जैसे देशो में खूब किया जाता हैं। वैसे तो सहजन पुरे भारत में चाव के साथ खाया जाता हैं, लेकिन साउथ इंडिया में इसे ज्यादा उपयोग किया जाता हैं। सहजन के बीजों से तेल भी निकाला जाता हैं, इसके अलावा इसके पत्ते, गोंद, छाल, जड़ आदि का इस्तेमाल कई सारी आयुर्वेदिक दवाइयों को बनाने के लिए किया जाता हैं। आयुर्वेद का यह मानना हैं की सहजन 300 बिमारियों को दूर करने की शक्ति रखता हैं। आइये जानते हैं सहजन खाने के फायदे, घरेलु नुस्खे, उपाय और लाभ।
सहजन के फायदे, घरेलु नुस्खे और उपाय :-
1) सहजन में विटामिन सी और फोलिक एसिड भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह कफ़ को दूर करने में बेहद ही फायदेमंद होता हैं। सर्दी-जुकाम की समस्या से छुटकारा पाने के लिए सहजन को पानी में उबाल कर, उस पानी का भाप लेने की सलाह दी जाती हैं। इससे सर्दी-जुकाम दूर हो जाती हैं।
2) सहजन में कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, प्रोटीन, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन ए, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन सी जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। एक रिसर्च के अनुसार सहजन में दूध के मुकाबले 4 गुना ज्यादा कैल्शियम और 2 गुना ज्यादा प्रोटीन होता हैं।
3) नेचुरल गुणों से भरपूर सहजन में औषधीय गुण मौजूद हैं। इसके फल और फूल की बनी चटनी और आचार को खाने से कई सारी बिमारियों को दूर करने में मदद मिलती हैं। सहजन सिर्फ खाने वाले लोगो के लिए ही फायदेमंद नहीं हैं, बल्कि सहजन जिस जगह पर उगता हैं, वहां की जमीन के लिए भी फायदेमंद होता हैं।
4) शहजन में कैल्शियम ज्यादा मात्रा में पाया जाता हैं, इसलिए सहजन की सब्जी को नियमित रूप से खाने से हड्डियाँ मजबूत बनती हैं। सहजन में कैल्शियम के अलावा आयरन और मैग्नीशियम जैसे तत्व भी पाए जाते हैं। इसलिए बच्चों और महिलाओं को सहजन खाने की सलाह डॉक्टर भी देते हैं।
5) सहजन में जिंक भी भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं। जो पुरुषो की कमजोरी को दूर करने में कारगर हैं। इसकी छाल का काढ़ा बना कर शहद के साथ लेने से पुरुषो में होने वाली शीघ्रपतन की बीमारी बहुत ही जल्दी ठीक हो जाती हैं। साथ ही यह यौन दुर्बलता को समाप्त कर देता हैं।
6) सहजन इतना ज्यादा शक्तिशाली हैं की इसे कुपोषण से जूझ रहे मरीजों को खाने की सलाह दी जाती हैं। 1 से 3 साल तक बच्चों और गर्भवती स्त्रियों के लिए कुदरत के दिए गये वरदान से कम नहीं हैं।
7) सहजन की जड़ को हींग, अजवाइन और सौंठ के साथ मिला कर काढ़ा बनाया जाता हैं। इस काढ़े को पीने से सायटिका, पैरों का दर्द और सूजन को दूर करने में मदद मिलती हैं।
8) सहजन के सेवन से पाचन से जुड़ी समस्याएं खत्म होने लगती हैं। हैजा, दस्त, पीलिया, पेचिश आदि को दूर करने के लिए एक ताजों पत्तों के रस में एक चम्मच की मात्रा में शहद और नारियल पानी मिला कर लेना चाहिए। यह इन समस्याओं को दूर करने के लिए दवा की तरह काम करता हैं।
9) मुहांसों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए सहजन का सेवन जरूर करना चाहिए। इसका सूप बना कर पीने से खून की सफाई हो जाती हैं और रक्त शुद्ध बनता हैं। जिससे चेहरे पर लालिमा आती हैं और स्किन प्रॉब्लम्स और मुहांसे ख़त्म होने लगते हैं।
10) सहजन की पत्तियों से बनाया गया सूप तपेदिक, अस्थमा जैसी बीमारियों में जादुई दवाई की तरह काम करता हैं।
11) सहजन के पत्तों का पाउडर दिल की बीमारियाँ और कैंसर जैसे खतरनाक रोगों के उपचार में बेहतरीन दवा की तरह काम करता हैं। यह ब्लड प्रेशर को नियन्त्रण में बनाये रखता हैं।
12) सहजन के सेवन से पेट के अल्सर में फायदा होता हैं। यह पेट के टिश्यू की मुरम्मत करने में मदद करता हैं। इसके अलावा शरीर के एनर्जी लेवल को बढ़ाने में भी कारगर हैं।
13) इसका जूस गर्भवती महिलाओं को जरूर पीना चाहिए। जिससे डिलीवरी के समय होने वाली दिक्कतों से बचने में मदद मिलती हैं और डिलीवरी के बाद माँ को होने वाली परेशानियाँ कम हो जाती हैं।
14) सहजन की पत्तियों के साथ सहजन के फल में भी विटामिन्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। सहिजन में विटामिन ए भरपूर मात्रा में होता हैं। इसलिए यह स्किन की सुन्दरता को बढ़ाता हैं। सहजन का सेवन नियमित रूप से करने से आँखों की रोशनी भी तेज़ होती हैं।
15) इसके बीजों में पानी को शुद्ध करने के गुण पाए जाते हैं। सहजन के बीज के चूर्ण को पानी में मिलाया जाता हैं, यह पाने में घुल कर नेचुरल Clarifying एजेंट बन जाता हैं। यह पानी को साफ करता हैं और पानी में मौजूद खराब बैक्टीरिया को नष्ट करता हैं।
सहजन के पत्तों में औषधीय गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। सहजन का इस्तेमाल श्रीलंका, भारत, मेक्सिको, फिलीपींस, मलेशिया जैसे देशो में खूब किया जाता हैं। वैसे तो सहजन पुरे भारत में चाव के साथ खाया जाता हैं, लेकिन साउथ इंडिया में इसे ज्यादा उपयोग किया जाता हैं। सहजन के बीजों से तेल भी निकाला जाता हैं, इसके अलावा इसके पत्ते, गोंद, छाल, जड़ आदि का इस्तेमाल कई सारी आयुर्वेदिक दवाइयों को बनाने के लिए किया जाता हैं। आयुर्वेद का यह मानना हैं की सहजन 300 बिमारियों को दूर करने की शक्ति रखता हैं। आइये जानते हैं सहजन खाने के फायदे, घरेलु नुस्खे, उपाय और लाभ।
सहजन के फायदे, घरेलु नुस्खे और उपाय :-
1) सहजन में विटामिन सी और फोलिक एसिड भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह कफ़ को दूर करने में बेहद ही फायदेमंद होता हैं। सर्दी-जुकाम की समस्या से छुटकारा पाने के लिए सहजन को पानी में उबाल कर, उस पानी का भाप लेने की सलाह दी जाती हैं। इससे सर्दी-जुकाम दूर हो जाती हैं।
2) सहजन में कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, प्रोटीन, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन ए, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन सी जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। एक रिसर्च के अनुसार सहजन में दूध के मुकाबले 4 गुना ज्यादा कैल्शियम और 2 गुना ज्यादा प्रोटीन होता हैं।
3) नेचुरल गुणों से भरपूर सहजन में औषधीय गुण मौजूद हैं। इसके फल और फूल की बनी चटनी और आचार को खाने से कई सारी बिमारियों को दूर करने में मदद मिलती हैं। सहजन सिर्फ खाने वाले लोगो के लिए ही फायदेमंद नहीं हैं, बल्कि सहजन जिस जगह पर उगता हैं, वहां की जमीन के लिए भी फायदेमंद होता हैं।
4) शहजन में कैल्शियम ज्यादा मात्रा में पाया जाता हैं, इसलिए सहजन की सब्जी को नियमित रूप से खाने से हड्डियाँ मजबूत बनती हैं। सहजन में कैल्शियम के अलावा आयरन और मैग्नीशियम जैसे तत्व भी पाए जाते हैं। इसलिए बच्चों और महिलाओं को सहजन खाने की सलाह डॉक्टर भी देते हैं।
5) सहजन में जिंक भी भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं। जो पुरुषो की कमजोरी को दूर करने में कारगर हैं। इसकी छाल का काढ़ा बना कर शहद के साथ लेने से पुरुषो में होने वाली शीघ्रपतन की बीमारी बहुत ही जल्दी ठीक हो जाती हैं। साथ ही यह यौन दुर्बलता को समाप्त कर देता हैं।
6) सहजन इतना ज्यादा शक्तिशाली हैं की इसे कुपोषण से जूझ रहे मरीजों को खाने की सलाह दी जाती हैं। 1 से 3 साल तक बच्चों और गर्भवती स्त्रियों के लिए कुदरत के दिए गये वरदान से कम नहीं हैं।
7) सहजन की जड़ को हींग, अजवाइन और सौंठ के साथ मिला कर काढ़ा बनाया जाता हैं। इस काढ़े को पीने से सायटिका, पैरों का दर्द और सूजन को दूर करने में मदद मिलती हैं।
8) सहजन के सेवन से पाचन से जुड़ी समस्याएं खत्म होने लगती हैं। हैजा, दस्त, पीलिया, पेचिश आदि को दूर करने के लिए एक ताजों पत्तों के रस में एक चम्मच की मात्रा में शहद और नारियल पानी मिला कर लेना चाहिए। यह इन समस्याओं को दूर करने के लिए दवा की तरह काम करता हैं।
9) मुहांसों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए सहजन का सेवन जरूर करना चाहिए। इसका सूप बना कर पीने से खून की सफाई हो जाती हैं और रक्त शुद्ध बनता हैं। जिससे चेहरे पर लालिमा आती हैं और स्किन प्रॉब्लम्स और मुहांसे ख़त्म होने लगते हैं।
10) सहजन की पत्तियों से बनाया गया सूप तपेदिक, अस्थमा जैसी बीमारियों में जादुई दवाई की तरह काम करता हैं।
11) सहजन के पत्तों का पाउडर दिल की बीमारियाँ और कैंसर जैसे खतरनाक रोगों के उपचार में बेहतरीन दवा की तरह काम करता हैं। यह ब्लड प्रेशर को नियन्त्रण में बनाये रखता हैं।
12) सहजन के सेवन से पेट के अल्सर में फायदा होता हैं। यह पेट के टिश्यू की मुरम्मत करने में मदद करता हैं। इसके अलावा शरीर के एनर्जी लेवल को बढ़ाने में भी कारगर हैं।
13) इसका जूस गर्भवती महिलाओं को जरूर पीना चाहिए। जिससे डिलीवरी के समय होने वाली दिक्कतों से बचने में मदद मिलती हैं और डिलीवरी के बाद माँ को होने वाली परेशानियाँ कम हो जाती हैं।
14) सहजन की पत्तियों के साथ सहजन के फल में भी विटामिन्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। सहिजन में विटामिन ए भरपूर मात्रा में होता हैं। इसलिए यह स्किन की सुन्दरता को बढ़ाता हैं। सहजन का सेवन नियमित रूप से करने से आँखों की रोशनी भी तेज़ होती हैं।
15) इसके बीजों में पानी को शुद्ध करने के गुण पाए जाते हैं। सहजन के बीज के चूर्ण को पानी में मिलाया जाता हैं, यह पाने में घुल कर नेचुरल Clarifying एजेंट बन जाता हैं। यह पानी को साफ करता हैं और पानी में मौजूद खराब बैक्टीरिया को नष्ट करता हैं।
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