जीवन में आशा का महत्व.
आशा का अर्थ है भविष्य में कुछ अच्छा होने की संभावना को मानना। इसी कारण मनुष्य अपने वर्तमान में कठीन मेहनत करता है।
उसकी इस मेहनत को अच्छे फल भी लगते है। अगर आशा ना हो तो मनुष्य के जीवन की किर्याशिलता ही नष्ट हो जायेगी। मनुष्य जब दुखोँ, तकलीफों और चिंताओ में घिर जाता है तो आशा ही उसमे इस सभी का मुकाबला करने की प्रेरणा प्रदान करती है। आशा चिंता की विरोधी है। जब मनुष्य चिंता में घिर कर निकम्मा हो जाता है, वह किसी बीमारी में या किसी और कष्ट में होता है तब कोई उससे यह कहता है की मुश्किल समय हमेशा नहीं रहता है। तब मनुष्य आशावान होकर चिंता और बीमारी का मुकाबला करते हुए अच्छे भविष्य के लिए कुछ ना कुछ जत्न करने लग पड़ता है। निराश व्यक्ति संघर्ष या जत्न करने से पहले ही नष्ट हो जाते है। पर आशावादी हमेशा येही सोचते है की जब तक स्वास तब तक आश। आशावादी व्यक्ति डूबते हुए को तिनके का सहारा देकर नदी के पार लगा देते है। आशा के साथ हिम्मत बढती है। कुदरत की सारी शक्तियाँ हिम्मती मनुष्य की सहायता करती है। इसी लिए कहा गया है “हिम्मते मरदां मददे खुदा” अर्थात हिम्मती मनुष्य की सहायता भगवान करते है।
Keywords :- Essay on Hope in Hindi, Aasha ka mahatav, आशा पर निबंध.
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